PM Solar Panel Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले देशवासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने ‘पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना’ की शुरुआत की, जिसके तहत लोगों को साल भर 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली मिलेगी। इस योजना से न सिर्फ लोगों के बिजली के बिल में काफी राहत मिलेगी, बल्कि सरकार उन्हें सोलर पैनल लगाने में भी भारी सब्सिडी दे रही है।
मुफ्त बिजली के साथ-साथ सब्सिडी
इस योजना में सिर्फ मुफ्त बिजली ही नहीं मिलेगी, बल्कि सरकार लोगों को सोलर पैनल लगाने में भी बड़ी मदद करेगी। सरकार सोलर पैनल की क्षमता के हिसाब से 18,000 से लेकर 78,000 रुपये तक की सब्सिडी दे रही है। यानी अगर आप एक किलोवाट का सोलर पैनल लगाते हैं तो आपको 18,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। वहीं, अगर आप तीन किलोवाट या उससे ज्यादा क्षमता का सोलर पैनल लगाते हैं तो आपको 78,000 रुपये तक की सब्सिडी मिल सकती है।
लाखों लोगों ने किया रजिस्ट्रेशन
इस योजना की शुरुआत के बाद से ही इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है। प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक, अब तक एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन असम, बिहार, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश से हुए हैं।
रजिस्ट्रेशन की आसान प्रक्रिया
अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो इसके लिए रजिस्ट्रेशन करना बहुत आसान है। आप https://pmsuryaghar.gov.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं या फिर अपने नजदीकी पोस्ट ऑफिस से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको अपना राज्य, बिजली वितरण कंपनी, बिजली उपभोक्ता नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज करना होगा।
सब्सिडी पाने की प्रक्रिया
एक बार जब आप रजिस्ट्रेशन कर लेते हैं, तो आपको रूफटॉप सोलर पैनल के लिए फॉर्म भरना होगा। जब आपको फिजिबिलिटी अप्रूवल मिल जाएगा, तो आप किसी भी रजिस्टर्ड वेंडर से सोलर प्लांट लगवा सकते हैं। प्लांट लग जाने के बाद आपको डिटेल जमा करनी होगी और नेट मीटर के लिए आवेदन करना होगा। जब डिस्कॉम द्वारा वेरिफिकेशन हो जाएगा, तो आपको कमीशनिंग सर्टिफिकेट जेनरेट हो जाएगा। आखिरी चरण में, आपको बैंक अकाउंट डिटेल और कैंसल चेक जमा करना होगा। इसके बाद 30 दिनों के अंदर आपके बैंक खाते में सब्सिडी की रकम आ जाएगी।
ऐसे, यह योजना न सिर्फ आपको मुफ्त बिजली देगी बल्कि सोलर पैनल लगाने में भी आपकी मदद करेगी। इससे आप बिजली के बिल पर होने वाले खर्च को कम कर सकते हैं और साथ ही पर्यावरण की भी रक्षा कर सकते हैं।